उदयपुर: विश्वराज सिंह मेवाड़ ने एकलिंग प्रभू के दर्शन कर लिए है. इस दौरान विश्वराज सिंह मेवाड़ ने एकलिंग नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की मंदिर में पगड़ी के रंग दस्तूर का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ. इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक मंदिर के बाहर मौजूद रहे. भगवान शिव का 1300 साल पुराना यह मंदिर उदयपुर के कैलाशपुरी में स्थित है. यह मंदिर महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल ट्रस्ट का हिस्सा है, जिसके प्रमुख विश्वराज सिंह के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ हैं.
सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर नजर एकलिंगजी मंदिर के बाहर उदयपुर SP सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. धूणी माता दर्शन को लेकर उपजे विवाद के बाद प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए सिटी पैलेस और आसपास के 500 मीटर के दायरे में धारा 163 लागू की गई. जिला प्रशासन की पहल पर दोनों ही पक्षों के प्रतिनिधि कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. कल घंटाघर थाना पुलिस ने संज्ञान लेते हुए दोनों पक्षों पर मुकदमे दर्ज किए गए. राजकार्य में बाधा और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मुकदमे दर्ज किए हैं.
देश कानून और व्यवस्था पर चलता है: लक्ष्यराज सिंह मेवाड़
इस मामले को लेकर कल लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ भी मीडिया से रूबरू हुए उन्होंने कहा कि सड़कों पर उतरकर किसी भी विवाद का हल नहीं निकल सकता है. कानून से जुड़े प्रावधानों के अनुसार हर कोई अपनी बात रखे. सड़कों पर उतरकर विवाद निपटाने से मेवाड़ की छवि भी खराब हो रही है. हम किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं करते हैं. देश में कानून व्यवस्था नाम की चीज है. देश कानून और व्यवस्था पर चलता है.
लक्ष्यराज ने उदयपुर प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मेरे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है. मैं अपने घर में कानून रूप से बैठा हूं. प्रशासन को कई दिन पहले जानकारी दे दी थी. कुछ लोग पदों का दुरुपयोग कर रहे हैं. पुलिस ने खुली छुट दी, जो निंदनीय है. लाखों लोग परेशान हो रहे है. इस घटना ने उदयपुर की छवि धूमिल की है. कानून के माध्यम से पूरा हल निकलना चाहिए.
विश्वराज सिंह मेवाड़ ने भी प्रेसवार्ता कर रखी थी अपनी बात:
वहीं विश्वराज सिंह मेवाड़ ने भी प्रेसवार्ता कर अपनी बात रखते हुए कहा कि धूणी माता के दर्शन करना मेरे परिवार की परंपरा और हक है. अधिग्रहित करने के लिए दिए गए नोटिस की कार्रवाई को आगे बढ़ाएं.
गौरतलब है कि विश्वराज सिंह मेवाड़ का (25 नवंबर) सोमवार को राजतिलक दस्तूर हुआ. दस्तूर के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ उदयपुर के लिए रवाना हो गए. ऐसे में सिटी पैलेस के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस और विश्वराज सिंह मेवाड़ के समर्थक मौजूद रहे. सिटी पैलेस के गेट पर जबरन भीड़ पहुंच गई. जिसके बाद जिला प्रशासन ने धूणीमाता वाले स्थल को रिसीवरी में लेने का निर्णय किया. इसी दौरान सिटी पैलेस के अंदर मौजूद लोगों ने एक्शन लिया और सिटी पैलेस के अंदर से पथराव हुआ. विश्वराज सिंह मेवाड़ के कई समर्थक घायल हो गए. एक महिला सहित पथराव में 3 पुलिसकर्मी घायल हुए. घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल पहुंचाया गया.