जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों के बाद बनी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. अब एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने एक आतंकी को गिरफ़्तार किया है. मुख्यमंत्री बनने के बाद से भजनलाल शर्मा का फ़ोकस प्रदेश में अपराधियों के ख़ात्मे पर है. अपराधों पर नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री ने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया है. दिनेश MN के नेतृत्व में बनी इस टास्क फ़ोर्स ने बीते दिनों एक के बाद एक कई बड़े अपराधियों को गिरफ़्त में लिया है. अब टास्क फ़ोर्स ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त 10 वर्ष से फरार 25 हजार के इनामी आतंकी मेराजुद्दीन को गंगापुर सिटी से पकड़ा है. जयपुर एटीएस की टीम को 10 सालों से इसकी तलाश थी. अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध दिनेश एमएन बताया कि साल 2014 में स्लीपर सेल द्वारा भारत के विभिन्न स्थानों पर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की योजना थी.
इस मामले में प्रदेश के सीकर, जोधपुर एवं जयपुर जिले से कुल 13 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से 12 को कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. एडीजी एमएन ने बताया कि इस मामले में थाना एसओजी जयपुर में प्रकरण संख्या 3/2014 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. पकड़ा गया आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन घटना के वक्त से फरार चल रहा था. एटीएस-एसओजी एडीजी द्वारा 24 जनवरी 2018 को ₹25000 का इनाम घोषित किया गया था. एमएन ने बताया कि आपराधिक गिरोह एवं गैंगस्टर की धरपकड़ अभियान के सफलता के लिए आईजी क्राइम प्रफुल्ल कुमार के पर्यवेक्षण एवं एजीटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश के सुपरविजन और एसआई नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में एएसआई शैलेंद्र शर्मा, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह और बृजेश कुमार की टीम को आसूचना संकलन के लिए भरतपुर रेंज की ओर रवाना किया गया है.
ADG MN ने बताया कि कल एजीटीएफ को सूचना मिली कि एटीएस से इनामी आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन गंगापुर सिटी आया हुआ है. सूचना पर टीम द्वारा आतंकी के निवास और आसपास के क्षेत्र में सघन निगरानी की. सूचना पुख्ता होने के बाद सीओ सिटी बाबूलाल बिश्नोई ने बमुश्किल इसे पकड़ा है. आज इस आतंकी को अग्रिम कार्रवाई के लिए एटीएस टीम को सुपुर्द कर दिया गया है. एडीजी ने बताया कि आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन दिल्ली में ओखला स्थित मरकस, गुजरात एवं राजस्थान के विभिन्न जिलों में फरारी काट रहा था. प्रारंभिक पूछताछ में इसने बताया कि यह और इसके साथी इंडियन मुजाहिद्दिन एवं अन्य इस्लामी संगठनों से संपर्क में थे. साल 2014 में इनके द्वारा विभिन्न स्थानों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की योजना थी, पर इससे पहले ही इनके साथी सुरक्षा एजेंसियों की गिरफ्त में आ गए थे.
ADG MN ने बताया कि आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन को राजस्थान एटीएस को सुपुर्द किया जा चुका है. अग्रिम कार्रवाई उनके द्वारा की जा रही है. अभियुक्त से पूछताछ की जा रही है जिसमें और भी खुलासे हो सकते हैं. एडीजी ने बताया कि इस संपूर्ण कार्रवाई में एजीटीएफ के एसआई नरेंद्र सिंह, एएसआई शैलेंद्र शर्मा, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, बृजेश कुमार की विशेष भूमिका और एएसआई दुष्यंत सिंह एवं कांस्टेबल संजय का तकनीकी सहयोग रहा. एंटी गैंगस्टर टास्क फ़ोर्स की लगातार हो रहीं कार्रवाइयों से अपराध जगत में खलबली मची हुई है. आने वाले दिनों में टास्क फ़ोर्स प्रदेश में कुछ और बड़े ऑपरेशनों को अंजाम देने की तैयारी में है.